2 line shayari
कहते हैं भावनाओं की कोई सीमा,कोई हद,कोई अंत नही है,भावनायें हमारे दिल के एहसास से निकलती हैं और भावना रहित दिल, दिल नही पत्थर के समान है, जज़्बात का खेल ही ऐसा है कि हर कोई बयान नही कर पाता,ये हुनर ईश्वर ने सबको नही दिया। भवनाओं को शब्दों के रूप में अभिव्यक्त करने का हुनर किसी - किसी को ही हासिल है और जिनको ये हुनर ईश्वर ने दिया उन्होंने अपनी कलम से जैसे हर इंसान के एहसास को पन्ने में उकेर दिया हो ऐसा लगता है, हर किसी को हर वो चीज़ नही मिलती जो उसकी इच्छा हो, इच्छाओं के विपरीत जो चले वही तो जिंदगी है। हम अक्सर अपने लिए ऐसे सपने ही देखते हैं जिनका साकार होना कठिन हो, सपने आंखों में हो तो न नींद ही रह पाती है न चैन ही मिल पाता है और सपने...वो फिर भी कभी साकार नही होते। इस दुनिया में कोई ख़्वाबों का मारा है,
कोई अपनों के दिये दुखों से हारा है, कोई इश्क़,मोहब्बत में बंजारा है और ऐसे लोगों को केवल ईश्वर का ही सहारा है, हम थोड़ी सी कोशिश करते हैं अपने उन दोस्तों के दर्द को कम करने की,उनके प्यार को आवाज़ देने की,उनके जज़बातों को शब्द देने की ताकि भावनाएं कभी बेआवाज़ और गूंगी न रहें। ये वो एहसास है जिसका होना उतना ही जरूरी है जितना जीने के लिए हवा का होना। shayari by नीलश अपने हर एक पाठक का दिल की गहराईयों से आभारी है आपके मिल रहे प्यार ने हमें हर बार कुछ अच्छा,कुछ नया करने के लिए प्रेरित किया है। हम आगे भी आपके इसी प्यार की बदौलत दिल छू लेने वाली shayari,quotes status लाते रहेंगे। आपके प्यार का आभार व धन्यवाद।🙏🏻😊
अक्सर वो लोग ही टूटकर बिखर जाते हैं...
जो खुद से भी ज्यादा किसी और को चाहते हैं।
Aksar woh log hi tootakar
Jo khud se bhi jyada
अब तो माँ बाप का भी ईमान न रहा।
Rasmen rishton ka bhi
Ab toh maa - baap mein
Mome ke jaise jeete hain...
Hum teri yaad mein kitna pheeke hain.
Na dard,na dukh ka khayal aaya,
Main jab chhali gayi
कुछ रिश्तों का इस तरह उद्धार किया मैंने...
कि उनके डर को...उनकी ही नज़र उतार दिया मैंने।
Kuch rishton ka iss tarah
Ki unke darr ko...Unki hi nazar
ज़िंदगी उनको भी एक ही मिलती है...
जो बच्चे माँ - बाप के होते हुए अनाथ हों।
Zindagi unko bhi ek hi milti hai...
Jo bachche maa - baap ke hote hue anaath hon.
तेरी मोहब्बत करेगी ये फैसला भी।
Main khaak banoon ya raakh banoon,
Teri mohabbat karegi ye faisla bhi.
पापी नही उसकी नज़रों में।
भूल जाते हैं वो ये कि...
लाशें कीड़े ही खाते हैं क़ब्रों में।
Woh sukoon mein hain ye sochkar ki...
Paapi nahi uski nazaron mein.
Bhool jate hain woh ye ki...
Lashen keede hi khate hain qabaron mein.
मोहब्बत है किसी से इसलिए
ज़िंदगी में इतना ग़म है।
Ishq jo na de woh kam hai,
Mohabbat hai kisi se isiliye
Zindagi mein itna gum hai.
अपनों ने दिमाग से वार किया।
मेरी सिसकियां भी उसे शोर में सुनाई देती हैं।
Mere dard ki kaifiyat uss par
Meri siskiyan bhi use shor mein
मैं बस टूटा और हार मान ली मैंने।
Main haara nahi tha,
Main bas toota aur
कुछ लोगों से इज्ज़त पाने का अपना ही मजा है!
Sab logon ki nazaron mein
Kuch logon se izzat paane ka
बहुत टूटता है कोई ख़ामोश होने से पहले।।
Khamoshiyan bewajah nahi hoti.....
Bahut tootata hai koi
आओ यारों मेरी मदद तो करो।
Main udhed raha hoon
Aao yaaron meri
मैं खुदको बता अब छुपाऊँ कहाँ।
Main khudko bata ab
Padhne walon zara sambhaal lena.
तुमने वादा किया था मोहब्बत निभाने का....
Raat ke dusre pehar bhi
Tumne wada kiya tha
तू सबसे अलग है पर तुझे हर शख़्स में ढूंढती हूँ।
Tu sabse alag hai par tujhe
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